समाजशास्त्र : अर्थ एवं परिभाषाएं

समाजशास्त्र

समाजशास्त्र के स्वरूप और परिभाषा को लेकर विद्वानों में बहुत मतभेद है। सभी यह मानते हैं कि समाजशास्त्र में समाज का अध्ययन किया जाता है लेकिन वे समाज की किसी सर्वमान्य परिभाषा पर नहीं पहुंच सके इसलिए उनमें समाजशास्त्र के अर्थ, परिभाषा, स्वरूप और क्षेत्र को लेकर भी मतभेद है।

समाजशास्त्र का शाब्दिक अर्थ

समाजशास्त्र शब्द का अंग्रेजी पर्याय सोशियोलॉजी (Sociology) है। सोशियोलॉजी दो शब्दों से मिलकर बना है सोशियस (Socius) और लोगस (Logos)। सोशियस शब्द का अर्थ है समाज और लोगस का अर्थ है अध्ययन या विज्ञान। इस प्रकार समाजशास्त्र का शाब्दिक अर्थ समाज का विज्ञान है

जे एस मिल ने सोशियोलॉजी शब्द को दो भाषाओं की अवैध संतान कहा एवं इसके स्थान पर इथोलॉजी (Ethology) शब्द के इस्तेमाल का सुझाव दिया परंतु अधिकांश विद्वानों ने उनके इस सुझाव पर ध्यान नहीं दिया।

हरबर्ट स्पेंसर ने समाज का व्यवस्थित एवं क्रमबद्ध अध्ययन किया तथा अपनी किताब का नाम “प्रिंसिपल ऑफ सोशियोलॉजी” रखा। यह समाजशास्त्र की पहली पाठ्य पुस्तक मानी जाती है।

समाजशास्त्र शब्द का पहली बार प्रयोग सन 1839 में ऑगस्ट काम्टे ने किया इससे पहले इस नए विषय का नाम सोशल फिजिक्स रखा था।

समाजशास्त्र की परिभाषाएं

समाजशास्त्र की परिभाषा के बारे में विद्वानों में मतैक्य नहीं है। सभी ने अपने-अपने दृष्टिकोण से समाजशास्त्र को परिभाषित करने का प्रयास किया है। इन परिभाषाओं को हम चार वर्गों में रख सकते हैं।

  1. समाज के अध्ययन के रूप में समाजशास्त्र

वार्ड के अनुसार, “समाजशास्त्र समाज का विज्ञान है।

गीडिंग्स के अनुसार, “समाजशास्त्र समाज का वैज्ञानिक अध्ययन है।”

“समाजशास्त्र वह विज्ञान है जो समाज का अध्ययन करता है।” : ओडम

  1. सामाजिक संबंधों के अध्ययन के रूप में समाजशास्त्र

मैक आइवर एवं पेज के अनुसार, “समाजशास्त्र सामाजिक संबंधों के विषय में है। संबंधों के जाल को हम समाजशास्त्र कहते हैं।’

वाॅन विज के अनुसार, “सामाजिक संबंध ही समाजशास्त्र की विषय वस्तु का एकमात्र आधार है।”

  1. सामाजिक समूह के अध्ययन के रूप समाजशास्त्र

जॉनसन के अनुसार, “समाजशास्त्र सामाजिक समूह का विज्ञान है।”

  1. सामाजिक अंतःक्रिया के अध्ययन के रूप में समाजशास्त्र

मोरिस गिन्सवर्ग के अनुसार, “समाजशास्त्र मानवीय अंतःक्रियाओं का और अंत:संबंधों, उनकी दशाओं और परिणामों का अध्ययन है।”

मैक्स वेबर ने समाजशास्त्र को सामाजिक क्रियाओं का अध्ययन माना है।

समाजशास्त्र की अन्य परिभाषाएं

समाजशास्त्र सामाजिक प्रघटनाओं (Social phenomenon) का विज्ञान है। – हरबर्ट स्पेंसर

समाजशास्त्र सामूहिक प्रतिनिधानों (collective representation) का विज्ञान है। – दुर्खीम

समाजशास्त्र सामूहिक व्यवहार का विज्ञान है। -रॉबर्ट पार्क

समाजशास्त्र मनुष्यों एवं उनके मानवीय पर्यावरण के मध्य संबंधों का अध्ययन है। – फेयर चाइल्ड

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