जाॅर्ज बर्कले का आत्मगत प्रत्ययवाद
जाॅर्ज बर्कले का आत्मगत प्रत्ययवाद जाॅर्ज बर्कले (1685-1753) ने जाॅन लाॅक के अनुभववाद आगे बढ़ाया।
जाॅर्ज बर्कले का आत्मगत प्रत्ययवाद जाॅर्ज बर्कले (1685-1753) ने जाॅन लाॅक के अनुभववाद आगे बढ़ाया।
जॉन लॉक : अनुभववाद, अनुभववादी ज्ञानमीमांसा जॉन लॉक (1632-1704) ब्रिटिश दार्शनिक तथा विचारक थे। उन्हें
लाइब्नित्ज का चिद्-बिंदुवाद या चिदणुवाद आधुनिक पाश्चात्य दर्शन में बुद्धिवादी विचारधारा का आरंभ देकार्ते से
स्पिनोजा का सर्वेश्वरवाद बेनेडिक्ट स्पिनोजा देकार्ते की परंपरा का बुद्धिवादी दार्शनिक है। लेकिन जहां देकार्ते दो
स्पिनोजा का द्रव्य सिद्धांत स्पिनोजा भी देकार्ते की तरह बुद्धिवादी दार्शनिक हैं। एथिक्स इनका प्रसिद्ध
रेने देकार्ते के अनुसार अनुभव से प्राप्त हमारा ज्ञान कई बार भ्रमपूर्ण होता है। पारंपरिक ज्ञान में लोक विश्वास का मिश्रण हो सकता है। तर्क और गणित से प्राप्त ज्ञान भी विचार के नियमों की अवहेलना करने के कारण त्रुटिपूर्ण हो सकता है। इसलिए सब कुछ पर संदेह किया जाना चाहिए।